hindisamay head


अ+ अ-

कविता

धीरे-धीरे हम

केदारनाथ सिंह


धीरे-धीरे पत्ती
धीरे-धीरे फूल
धीरे-धीरे ईश्वर
धीरे-धीरे धूल

धीरे-धीरे लोग
धीरे-धीरे बाग
धीरे-धीरे भूसी
धीरे-धीरे आग

धीरे-धीरे मैं
धीरे-धीरे तुम
धीरे-धीरे वे
धीरे-धीरे हम

 


End Text   End Text    End Text

हिंदी समय में केदारनाथ सिंह की रचनाएँ